प्रिय JEE Advanced 2015 के परीक्षार्थियों
कल बड़ा दिन है तुम्हारा !! पिछले दो साल तुमने बहुत मेहनत की है.
तुम में से कई पिछले ४ वर्ष से इस लक्ष्य को पाने के लिए न दिन को आराम किया और न ही रात को रात माना। बिजली की जलती हुई बत्तियों में तुम्हारे माता-पिता तुम्हारे सुनहरे भविष्य को निहारते रहते। कभी तुम्हारी मेहनत देखकर बत्तियों को बुझाने को मचल उठते तो कभी माँ मध्यरात्रि पूछती "कुछ खाओगे तो नहीं, कॉफ़ी बना दूँ क्या "
सुबह ६ बजे से स्कूल की तैयारी, २ बजे के बाद कोचिंग की तैयारी , शाम ८ -९ घर पहुँच कर फिर सेल्फ स्टडी के लिए तैयार तो रात ११ बजे कहीं सवालों में उलझ गए तो अपने प्रिय शिक्षक या मित्र से सवाल जवाब। तुम में से कईओं को JEE-Main में अपनी तैयारी और अपेक्षा के अनुरूप तो कईयों को उससे कम नंबर आया होगा
तुम में से कई इस उधेड़ बुन में होंगे के होगा तो जरूर पर कितना होगा। तुममें कुछने JEE-Main के रिजल्ट के दिन उम्मीद छोड़ दी होगी तो कई ने उम्मीद रखी होगी पर संशय के साथ: होगा या नहीं होगा। आज का दिन बड़ा महत्वपूर्ण है. आज की रात उससे भी ज्यादा। अपनी पूरी ऊर्जा आज लगनी है। पर आज समय पर सोना और भी जरुरी है. अच्छी नींद से कल की सुबह अच्छी होगी।
पिछले ३६५ दिन की पढाई कल जरूर काम आएगी। आज उलझे हुए तार सुलझाने का दिन नहीं है। आज कोई रणनीति बनाने का भी दिन नहीं है, आज दिन है मन को स्थिर रखने का और अपने शिक्षकों की बताई पद्धति पर चलने का.
तुमने दसवीं की परीक्षा दी सोचा इस को पार कर जाऊं जिंदगी आसान हो जाएगी, तुमने बारहवीं की परीक्षा दी सोचा इस को पार कर जाऊं जिंदगी आसान हो जायेगी पर जिंदगी फिर इम्तिहान लेगी। आप IIT के लिए क्वालीफाई करोगे फिर प्लेसमेंट एंग्जायटी आपका पीछा करेगी
इस शहर से हर वर्ष अच्छी संख्या में विद्यार्थी IIT जाते हैं और कई NIT जाते हैं और कई अन्य अच्छे संस्थानों में और हर विद्यार्थी अपनी क्षमता के अनुसार अच्छी नौकरी में जाते हैं। यह निर्भर करेगा आपके एग्जाम परफॉरमेंस पर . एग्जाम परफॉरमेंस निर्भर करेगा आपकी तैयारी और तनाव एवं घबराहट को नियंत्रित कर अपना सर्वश्रेस्ठ प्रदर्शन करने पर. मनोविज्ञान मानता है मन जितना शांत होगा मेमोरी उतनी अच्छा काम करेगी और रिकॉल उतना ही बढ़िया होगा।
तुम्हे ,तुम्हारे माता-पिता को माता-पिता को कल के दिन की विशेष शुभकामना पर याद रखना है कल भी एक परीक्षा है, संग्राम नहीं, महत्वपूर्ण पड़ाव है , आखरी अंजाम नहीं जितने भी अंक आएंगे उसमें जीवन की एक नयी धारा अवश्य निकलेगी
तुम्हारा शुभेक्षु
विकास कुमार
Vikas Kumar_Career Counsellor & Psychologist |
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